पटना : विराट हिंदुस्तान संगम की बिहार इकाई की ओर से शनिवार को पटना में आयोजित संगोष्ठी में अयोध्या में राम मंदिर निर्माण होने का दृढ़ संकल्प दोहराया गया. वक्ताओं ने कहा कि कानूनी तरीके से हल निकाल कर वहां राम मंदिर निर्माण होना चाहिए. इसमें दूसरे समुदाय की सहमति भी आवश्यक है. विराट हिंदुस्तान संगम के राष्ट्रीय अध्यक्ष व भाजपा सांसद डॉ सुब्रमण्यम स्वामी ने कहा कि राम मंदिर का निर्माण न्यायालय के जरिये होगा. चार जनवरी से सुप्रीम कोर्ट में इसे लेकर लगातार बहस होगी. दो माह में फैसला पूरी होने की संभावना है. हम केस जीतेंगे. दीवाली के पहले राम मंदिर तैयार हो सकता है.
स्वामी ने कहा कि राम मंदिर को लेकर इलाहाबाद कोर्ट ने आर्कियोलॉजिकल सर्वे ऑफ इंडिया को जांच करने के आदेश दिये थे. जांच में पता चला है कि बाबरी मस्जिद के नीचे विशाल राम मंदिर था. राम मंदिर निर्माण के लिए सभी जुड़ेंगे. सुप्रीम कोर्ट के निर्णय को मुसलमान भी मानने को तैयार है. कई संगठन के नेताओं से हमारी बातचीत हुई है.
नेता ठाट में, रामलला टाट में, नहीं चलेगा : गोविंदाचार्य
मौके पर राष्ट्रीय स्वाभिमान मंच के अध्यक्ष केएन गोविंदाचार्य ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण काम पूरा करना है. नेता ठाट में, रामलला टाट में नहीं चलेगा. संविधान के तहत मामला हल किया जा सकता है. उन्होंने कहा कि शाहबानो केस में संवि धान में जब हेर-फेर हो सकता है तो इसमें क्यों नहीं होगा . हमलोग रिश्तों का समाज बनाते हैं. भारतीय समाज संबंधों में में जीता है. मर्यादा पुरुषोत्तम राम आदर्श हैं. उन्होंने संबंधों को जीवन जीने में साथर्कता रखने का काम किये.
झारखंड सरकार के कैबि नेट मंत्री सरयू राय ने कहा कि डॉ सुब्रमण्यम स्वामी ने राम मंदिर निर्माण अभियान अपने हाथ में लिये हैं. लोगों को भरोसा है कि उसमें वे सफल होंगे.