भागलपुर: गर्भवती महिला अस्पताल में देर रात तड़पती रही और ड्यूटी पर तैनात नर्सें बेपरवाह सोती रहीं। अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरसी मंडल के हस्तक्षेप पर नर्सों ने दरवाजा खोला। इसके बाद महिला ने पुत्र को जन्म दिया। इसके बाद लापरवाही के आरोप में नर्सों को निलंबित कर दिया गया है। घटना भागलपुर के मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बुधवार की रात हुई। साहेबगंज के नंदकिशोर साह की गर्भवती पत्नी रुचि देवी अस्पताल में भर्ती थी। उसे बुखार व बदन दर्द होने लगा तो नर्सों को बताया, लेकिन उन्होंने ध्यान नहीं दिया। देर रात परेशानी बढ़ी परिजन फिर नर्स को बुलाने गए। लेकिन, इस बार नर्सें अंदर से दरवाजा बंद कर सोई थीं। उन्होंने दरवाजा नहीं खुला।इसके बाद परिजनों ने जूनियर डॉक्टरों ने बुलाया। उन्होंने भी आवाज लगाई, लेकिन नर्सें साेई रहीं। फिर, अस्पताल अधीक्षक डॉ. आरसी मंडल काे फोन किया गया।
अस्पताल अधीक्षक ने बताया कि उन्हें नर्सों के दरवाजा बंद कर सोने की शिकायत मिली थी। इसकी जांच कर लापरवाही बरतने के आरोप में ड्यूटी पर तैनात चार नर्सों (अर्चना कुमारी फर्स्ट, डेजी कुमारी, संगीता थर्ड व ज्योति कुमारी टू एवं राउंड सिस्टर मंजू कुमारी को निलंबित किया गया है।