मुजफ्फरपुर। दबंगों के अत्याचार से तंग आकर 11 महादलित परिवारों ने गांव छोड़ दिया है। कई और छोडऩे की तैयारी कर रहे हैं। अंतिम आशा के रूप में उन्होंने राज्य अनुसूचित जाति आयोग का दरवाजा खटखटाया तो आयोग ने संज्ञान लेते हुए मामले की जांच का आदेश दिया है।
पारू प्रखंड के ग्यासपुर के महादलित निमूलाल राम, बांका राम, सुरेंद्र राम आदि ने आयोग को पत्र लिखकर गांव में दबंगों द्वारा किए जा रहे अत्याचार की जानकारी दी है। उनके अनुसार महादलित परिवार के घरों को जाने वाले आम रास्ता में घर बनाकर उसे बंद कर दिया गया, जबकि यह सरकारी जमीन है। विरोध करने पर मारपीट व गाली-गलौज की जाती है।
दबंगों के अत्याचार के कारण पहले ही 11 महादलित परिवार गांव छोड़ दूसरी जगह जाकर बसने को मजबूर हुए। अत्याचार नहीं रुका तो कई और परिवारों को गांव छोडऩा पड़ेगा। पंचायत से लेकर जिला स्तर पर गुहार लगाने के बाद भी न्याय नहीं मिला। महादलित परिवार अपने ही घर में कैदी जैसी जिंदगी जी रहे हैं।
इस मामले में संज्ञान लेते हुए आयोग ने आयुक्त, डीएम व एसपी से जांच कर रिपोर्ट देने को कहा है। दोषी पाए जाने पर दबंगों के खिलाफ कार्रवाई का भी अनुरोध किया गया है।
इस बाबत मुखिया गायत्री देवी ने कहा कि कई बार इस समस्या का निदान निकालने की कोशिश की गई, मगर महादलित परिवारों को अब भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। डीएम धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि आम रास्ता बंद करना सही नहीं है। मामले की जांच कराई जाएगी। जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनपर कार्रवाई की जाएगी।