चेन्नई : जयललिता की मौत के बाद उनकी सहेली व सहयोगी शशिकला के ऑल इंडिया अन्ना द्रविड़ मुन्नेत्र कड़गम (अन्नाद्रमुक) का महासचिव बनने की संभावना मजबूत हो गयी है. पार्टी के प्रवक्ता सी पोनय्यन ने आज बयान दिया है कि यह बहुत स्पष्ट है कि चिनम्मा (शशिकला) पार्टी की अगली महासचिव होंगी. मालूम हो कि अन्नाद्रमुक के सांगठनिक ढांचे में महासचिव का पद ही सर्वोच्च होता है और जयललिता मृत्युपर्यंत इसी पद पर थीं. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि शशिकला की इस पद पर दावेदारी के मद्देनजर उन्हें पार्टी के अंदर अपने विरोधियों द्वारा किसी तरह की चुनौती मिलती है या नहीं. हालांकि शशिकला ने पार्टी पर अपनी पकड़ लगातार मजबूत की है.जयललिता की मौत के बाद ओ पन्नीरसेल्वम को जहां आनन-फानन में मुख्यमंत्री बनाया गया, वहीं अन्नाद्रमुक महासचिव को लेकर कयासों का दौर शुरू हो गया. यह बहुत स्पष्ट है कि जो पार्टी का महासचिव होगा, वहीं तमिलनाडु की राजनीति में अन्नाद्रमुक का असली चेहरा होगा, भले मुख्यमंत्री के पद पर कोई और क्यों न हो. जयललिता की मौत के बाद शशिकला लगातार सुदूर क्षेत्रों से आ रहे अन्नाद्रमुक कार्यकर्ताओं से मिलती रही हैं और उनसे संबंधित सूचनाएं अन्नाद्रमुक के ट्विटर एकाउंट के जरिये भी दी जा रही है जो पार्टी पर उनकी पकड़ को इंगित करता है.अन्नाद्रमुक के महासचिव पद के लिए जयललिता की भतीजी दीपा जयकुमार को भी प्रबल दावेदार के रूप में मीडिया के एक वर्ग द्वारा देखा जा रहा है. हालांकि उनकी भतीजी को जयललिता के बीमार रहते न उनसे मिलने दिया गया और न ही उनकी मौत के बाद उन्हें प्रत्यक्ष तौर पर श्रद्धांजलि देने का मौका मिला. वहीं, जयललिता की मौत के बाद दीपा के भाई दीपक राजाजी हॉल में शशिकला के साथ नजर आये थे, जहां अम्मा का पार्थिव देह रखा गया था.