रांची : झारखंड में पहली बार आयोजित हो रहे अंतरराष्ट्रीय निवेशक सम्मेलन (मोमेंटम झारखंड) का उद्घाटन वित्त मंत्री अरुण जेटली करेंगे और इसमें केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, वेंकैया नायडू, पीयूष गोयल के अलावा उद्योगपति रतन टाटा, कुमार मंगलम् बिडला, गौतम अडानी, शशि रुइया समेत देश विदेश से 4,500 से अधिक नीति-निर्माता एवं निवेशक भाग लेंगे.
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने आज यहां एक संवाददाता सम्मेलन में 16 और 17 फरवरी को रांची में आयोजित होने वाले वैश्विक निवेशक सम्मेलन के बारे में यह जानकारी दी. उन्होंने बताया कि राज्य में यह अपनी तरह का पहला सम्मेलन होगा और इसके माध्यम से राज्य में विभिन्न क्षेत्रों में बड़े पैमाने पर अंतरराष्ट्रीय निवेश आने की संभावना है.
उन्होंने बताया कि इस सम्मेलन में जहां दुनिया भर से बड़े औद्योगिक घरानों के प्रमुख अथवा प्रतिनिधि भाग लेंगे वहीं वित्तमंत्री के अलावा इसमें केंद्र सरकार की वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री निर्मला सीतारमण, शहरी विकास एवं सूचना एवं प्रसारण मंत्री वेंकैया नायडू, केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, उर्जा एवं कोयला मंत्री पीयूष गोयल, कपडा मंत्री स्मृति इरानी समेत अनेक अन्य केंद्रीय मंत्री भाग लेंगे.
इस वैश्विक निवेशक सम्मेलन के लिए निवेशकों को आमंत्रित करने स्वयं मुख्यमंत्री रघुवर दास पिछले वर्ष सितंबर में लास वेगास गये थे जहां उन्होंने अनेक कंपनियों के अधिकारियों से मुलाकात की और उन्हें राज्य में उपलब्ध निवेश संभावनाओं के बारे में बताया था. बाद में वह हाल में सिंगापुर भी गये थे जहां उन्होंने अनेक उद्योगपतियों और कंपनियों से राज्य में निवेश संभावनाओं पर बातचीत की थी.
रघुवर दास ने बताया कि सम्मेलन का उद्देश्य झारखंड में निवेशकों को आमंत्रित करना है और राज्य की खूबियों से उन्हें अवगत कराना है. इससे पहले राज्य में निवेशक यहां खनन और खनिजों के लिए ही आते थे लेकिन पहली बार उन्हें अन्य क्षेत्रों में भी निवेश के अवसरों के बारे में बताया जायेगा.
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस उद्देश्य से राज्य में पंद्रह नयी नीतियां बनायी गयी हैं. श्रम के क्षेत्र में अनेक सुधार किये गये हैं. व्यावसाय सुगमता के मामले में झारखंड अब देश के प्रमुख राज्यों में सातवें स्थान पर है. यहां प्राकृतिक संसाधन और मानव संसाधन की भरमार है. राज्य की इन सब खूबियों से सभी को अवगत कराया जायेगा.
उन्होंने बताया कि सम्मेलन में नीति निर्माताओं, भारत स्थित विभिन्न देशों के उच्चायोगों एवं दूतावासों के प्रमुखों तथा बड़ी संख्या में विदेशी एवं देशी कंपनियों के मुख्य कार्यकारी अधिकारियों को आमंत्रित किया गया है. उन्होंने कहा कि राज्य की विकास दर 11 प्रतिशत है और यहां देश की खनिज संपदा का 40 प्रतिशत हिस्सा है जिसे देखते हुए दुनिया में निवेश के बड़े केंद्र के रुप में इसे विकसित करने की अपार संभावना है.
दास ने बताया कि सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में ही रतन टाटा, कुमार मंगलम् बिडला, गौतम अडानी, एस्सार समूह के शशि रुइया एवं प्रशांत रुइया उपस्थित होंगे. इनके अलावा वेदांता, अपोलो, वाल मार्ट, मित्सुबिशी आदि समूहों के भी शीर्ष अधिकारी सम्मेलन में शिरकत करेंगे.
मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की सरकार राज्य को अब सूचना प्रौद्योगिकी, कृषि उत्पाद, वस्त्र, शिक्षा आदि क्षेत्रों के प्रमुख केंद्र के रुप में दुनिया के सामने पेश करना चाहती है. इस उद्देश्य से सम्मेलन में इन प्रमुख क्षेत्रों के निवेशकों को भी आमंत्रित किया गया है. इस अवसर पर मुख्यमंत्री के सचिव सह उद्योग सचिव सुनील वर्णवाल ने बताया कि इस वैश्विक निवेश सम्मेलन के लिए अब तक उम्मीद से लगभग दोगुने 9,524 प्रतिनिधि पंजीकरण करा चुके हैं.