पटना : भाजपा के वरिष्ठ नेता व पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने सोमवार को कहा है कि करोड़ों रुपये के चारा घोटाले में सजायाफ्ता राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव, शारदा चिट फंड घोटाले में फंसी ममता बनर्जी तथा यूपीए सरकार के समय सीबीआइ को मैनेज कर आय से अधिक संपत्ति के मामले में बरी होने वाले सपा मुखिया मुलायम सिंह यादव और बसपा सुप्रीमो मायावती को कालेधन पर बोलने का कोई नैतिक अधिकार नहीं है.
सुशील मोदी ने कहा कि कालाधन समाप्त करने की प्रधानमंत्री की ऐतिहासिक पहल के खिलाफ जो लोग लोकलाज भूलकर एकजुट हो रहे हैं, उनसे जनता को सावधान रहना चाहिए. भाजपा नेता ने कहा कि जनता की कठिनाई के बहाने जो गोलबंदी हो रही है, उसमें दो तरह के नेता शामिल हैं. पहले राहुल गांधी जैसे लोग है, जो कई पीढ़ियों से कभी बैंक नहीं गये, लेकिन अब 4 हजार रुपये के लिए लाइन में खड़े होकर फोटो खिंचाते हैं. दूसरे वे हैं जिन्होंने अपनी सात पीढ़ियों के लिए धन जुटा लिया.
उपमुख्यमंत्री ने कहा कि नोटबंदी की घोषणा के बाद बिहार में संचालित दर्जनों क्रेडिट कोऑपरेटिव सोसायटी के जरिये करोड़ों रुपये का कालाधन खपाया जा रहा है. राज्य सरकार को इस पर कार्रवाई करनी चाहिए. जो लोग नकदी की तात्कालिक समस्या को तूल देकर नोट बंदी का विरोध कर रहे हैं, वे ही नमक की कमी जैसी अफवाह से अराजकता फैलाते हैं.