पलक्कड़ (केरल): केरल में राजनीतिक हिंसा ने एक और इंसान की बलि ले ली. पिछले साल 28 दिसंबर को कथित तौर पर सीपीएम के लोगों ने पलक्कड़ में बीजेपी कार्यकर्ता राधाकृष्णन और कन्नन के घर को आग के हवाले कर दिया था जिसमें दोनों भाइयों के अलावा कन्नन की पत्नी विमला भी बुरी तरह से जल गई थीं. राधाकृष्णन की तो 6 जनवरी को ही मौत हो गई थी, 10 दिन बाद आज विमला ने भी अस्पताल में दम तोड़ दिया.
अपने कार्यकता की मौत पर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने कहा है कि सत्ता में आने के बाद सीपीएम के कार्यकर्ताओं का अत्याचार लगातार बढ़ा है और विमला की मौत के साथ ही इस लिस्ट में एक और नाम बढ़ गया है. राएएसएस के सह-प्रचार प्रमुख नंद कुमार ने कहा कि विजयन के मुख्यमंत्री बनने के बाद से राज्य में महिलाओं और बच्चों पर सीपीएम के काडरों द्वारा हमले की चिंताजनक प्रवृत्ति देखने में आ रही है. उन्होंने कहा कि विमला संगठित वहशीपन की शिकार हुई है.आरएसएस नेता ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार राजनीतिक हिंसा को लेकर रणनीतिक चुप्पी साधी हुई है और पार्टी नेताओं के इस तरह के कृत्यों को बढ़ावा दे रही है.