पटना : एक हजार और 500 के नोट बंद होने के बाद जिन लोगों ने बड़ी संख्या में ब्लैक मनी जमा कर रखी है. वे लोग अब इसे खपाने या एडजस्ट करने की अलग-अलग जुगत में लग गये हैं. इसमें सबसे ज्यादा संख्या बड़े घूसखोर लोगों की है. चूकिं अपने ब्लैक रुपये को चाह कर भी वे व्हाइट में नहीं दिखा सकते हैं. इसलिए इसे एडजस्ट करने या खपाने के लिए सबसे बेहतर रास्ता सोना, हीरा या प्लैटिनम जैसी महंगी वस्तु को खरीदने का अपना रहे हैं. बंदी की घोषणा के दूसरे दिन पटना समेत बिहार के सभी शहरों में हजार और 500 रुपये के नोटों को खपाने के लिए सोना या अन्य बहुमूल्य धातुओं या रत्नों को खरीदने की होड़ लगी रही. इसी वजह से सोना, चांदी समेत अन्य धातुओं की कीमतों में काफी उछाल आया.
हालांकि व्यवसायी इसका कारण अलग-अलग बता रहे थे. 500 का 400, 5 लाख में ढाई लाख का सोना : सोने की खरीदारी में जो लोग 500 और हजार के नोट को खपाना चाहते थे, उनके लिए अलग तरीके से रेट तय किया जाता है. कम मात्रा में खरीदने वालों के लिए अगर वे 500 के नोट देते हैं, तो इसका वैल्यूएशन 400 रुपये और हजार के नोट दे रहे, तो इसका मूल्य 800 रुपये लगाया जा रहा है. अगर कोई लोग बड़े स्तर पर खरीद करते हैं, तो पांच लाख रुपये में ढाई लाख रुपये का सोना दिया जा रहा है. प्लैटिनम और हीरा के साथ भी इसी तरह का फॉर्मूला अपनाया जा रहा है.
इसलिए हो रही परेशानी : जो लोग गलत या अवैध या घूस के जरिये ब्लैक मनी कमाते हैं, वह इन रुपयों को कहीं दिखा भी नहीं सकते हैं. बड़ी संख्या में जो लोग ब्लैक मनी रखते हैं, वह हजार और 500 के नोट ही ज्यादातर रखते हैं. ताकि इन नोटों को रखने में सहूलियत हो. अब जब ये दोनों नोट ही बंद हो गये हैं, तो इनके लिए एडजस्ट करने की बेचैनी बढ़ गयी है.
इस तरह कर रहे ब्लैक मनी को एडजस्ट : जो दुकानदार ब्लैक मनी के नोटों के जरिये सोना बेच रहे हैं. वह पांच लाख में 2.50 लाख का सोना संबंधित व्यक्ति को दे रहे हैं. साथ ही 5 लाख पर लगने वाला टैक्स करीब एक लाख और 1.50 लाख अपना कमीशन भी जोड़ रहे हैं.
इस हिसाब से पांच लाख में 2.50 लाख तो एडजस्टमेंट एमाउंट हो गया और बचे हुए आधे रुपये का सोना दे रहे हैं. दूसरी तरफ बड़े दुकानदार अपने स्टॉक में इसे बैलेंस और बिजनेस के रूप में दिखा दे रहे हैं. इससे ब्लैक मनी व्हाइट हो जा रही है. दुकानदारों को 31 दिसंबर तक मौका है, इसे बैंक में जमा करने का. इसी मौके का फायदा दुकानदार उठा रहे हैं. इस तरह के सोना के खरीदारों को दुकानदार अपने यहां मौजूद अनबुक या बिना टैक्स वाले सोना के स्टॉक को खपा दे रहे हैं. ब्लैक मनी रखने वालों के लिए मजबूरी है कि आखिर वह करे क्या. जो पैसे कागज होने वाले है, उनके कम से कम आधे दाम तो मिल रहे हैं.
पटना : शहर के बड़े ज्वेलरी दुकानों में धनतेरस जैसा माहौल रहा. लोगों ने जमकर सोने-चांदी और हीरे के अभूषण की खरीदारी की. मौका का फायदा उठाते हुए दुकानदारों ने 50 हजार के बदले 55 से 60 हजार रुपये तक वसूल किये. एक अनुमान के मुताबिक 15 से 20 करोड़ से अधिक का कारोबार हुआ. कई लोगाें ने मंगलवार की रात में ही आभूषणों की खरीदारी कर ली थी. लेकिन, बुधवार सुबह से ही ज्वेलरी दुकानों पर लोगों की भीड़ जुटने लगी थी, जिसका सिलसिला देर रात तक चला. इसका लाभ ज्वेलरी दुकानदारों ने जमकर उठाया.
आज पटना के बाजार में सोने का भाव 48,000 रुपये प्रति दस ग्राम तक गया. वहीं, चांदी का भाव 52 हजार रुपये प्रति किलो रहा. दिन भर सराफा बाजार में भाव को लेकर अफरातफरी देखी गयी. सूत्रों से मिली जानकारी आभूषण के खरीदारी करने में राजनेता, अधिकारी व ठेकेदार थे, जो घर में 500 व 1000 रुपये को निकालने के लिहाज से जमकर खरीदारी की. सबसे अधिक खरीदारी सोने के बिस्कुट की हुई. लोगों ने हीरे व प्लेटिनम के महंगे आभूषण की खरीदारी भी की. इस अफरातफरी के बीच एक करोड़ रुपये मूल्य के गले का हार बिके.