पटना : 29 मार्च से शुरू हो रहा चैती नवरात्र इस बार 8 दिनों का होगा. नव संवत्सर और दूज एक होने से आठ दिनों का नवरात्र है. 5 अप्रैल को इसका समापन होगा. पंचांग के अनुसार इस वर्ष का राजा बुध और मंत्री गुरु होने से शिक्षा व्यापार, सोना-चांदी, कृषि, टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में विशेष लाभ मिलेगा. 29 मार्च को विक्रम नव संवत्सर व चैत नवरात्र का शुभारंभ होगा. नवरात्र काे लेकर माता रानी के मंदिरों को सजाने की तैयारियां शुरू कर दी गयी है. ज्ञात हो कि पिछले दो साल भी चैत नवरात्र आठ दिन के थे. मंदिरों में आकर्षक लाइटें और निर्माण का कार्य चल रहा हैं. कई ऐसे मंदिर है, जहां पर भक्त मनोकामनाएं लेकर पहुंचते हैं. इसमें पटना सिटी के दोनों पटनदेवी मंदिर, शीतला मंदिर, काली मंदिर बांस घाट, दरभंगा हाउस सहित अन्य सभी मंदिरों में अच्छी खासी भीड़ देखी जाती है.
इस बार रामनवमी पांच अप्रैल को है. रामनवमी पर पुष्य नक्षत्र होने से अधिक शुभ माना जा रहा है.इससे बाजार भी गुलजार होने की संभावना है. भगवान राम का जन्म नवमी को पुष्य नक्षत्र में ही हुआ था. ज्योतिषाचार्य पं अमित माधव ने बताया कि 5 अप्रैल को इस बार पुष्य नक्षत्र रहेगा. यह योग मंगलवार रात 2.34 बजे से शुरू होकर बुधवार दोपहर 1.40 बजे तक रहेगा. उनके अनुसार नवरात्र के 5 दिन विशेष तिथियों के कारण खास रहेंगे. 29 मार्च को नव संवत्सर, 30 को गणगौर, 31 को विनायक चतुर्थी, 1 अप्रैल को निषाद जयंती, 4 अप्रैल को दुर्गाष्टमी और 5 अप्रैल को रामनवमी रहेगी.