कानपुर के पास पुखरायां में शनिवार की रात इंदौर-पटना एक्सप्रेस ट्रेन की 14 बोगियां अचानक पटरी से उतर गईं. हादसे कितना भयावय था, इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि मरने वालों की संख्या 120 हो चुकी है और करीब 150 लोग घायल हैं.कई घायलों की हालत बेहद गंभीर बताई जा रही है जबकि कई यात्री अब भी डिब्बों में फंसे हुए हैं और उन्हें निकालने का काम तेजी से चल रहा है. मेडिकल टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं और राहत और बचाव कार्य भी जारी है. चश्मदीदों और हादसे में बाल-बाल बचे यात्रियों ने बताया कि कई लोगों की शरीर के टुकड़े हो चुके हैं.एक यात्री ने बताया कि हादसा रात करीब 3 बजे हुआ. उनके साथ के करीब 4-5 लोग लापता हैं. एक महिला यात्री ने बताया कि उन्हें लखनऊ उतरना था. सफर के दौरान आधी रात को उन्होंने जोरदार झटका महसूस किया और सभी यात्री इधर-उधर गिरने लगे.प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर इस हादसे पर दुख जताया है. उन्होंने लिखा, ‘पटना-इंदौर एक्सप्रेस के पटरी से उतरने पर हुए जानमाल के नुकसान से हुए दुख को शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता. पीड़ित परिवारों के साथ मेरी संवेदनाएं हैं.’ उन्होंने अपने ट्वीट में कहा, ‘ट्रेन हादसे में घायल हुए लोगों के साथ मेरी दुआएं हैं. मैंने सुरेश प्रभु से बात की है, जो खुद इस घटना पर नजर बनाए हुए हैं.’
रेल मंत्री सुरेश प्रभु भी ट्रेन के पटरी से उतरने की सूचना मिलते ही हरकत में आ गए और राहत कार्य के लिए टीमों को तुरंत घटनास्थल पर रवाना कर दिया. इसके अलावा उन्होंने वरिष्ठ अधिकारियों की भी घटनास्थल पर पहुंचकर हालात का जायजा लेने का आदेश दिया है. प्रभु ने कहा कि हादसे के कारणों की जांच की जाएगी और इसके लिए जिम्मेदार लोगों को बख्शा नहीं जाएगा.
इसके अलावा गृह मंत्री राजनाथ सिंह भी ट्रेन हादसे में यात्रियों की मौत पर गहरी संवेदना जताई. राजनाथ भी लगातार रेल मंत्री के संपर्क में हैं और उन्होंने एनडीआरएफ के डीजी से फोन पर बात कर टीम के साथ घटनास्थल पर जाने के निर्देश दिए हैं.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने एडीजी (लॉ एंड ऑर्डर) दलजीत सिंह चौधरी को मौके पर जाने के निर्देश दिए हैं. साथ ही उन्होंने घटनास्थल के आसपास मौजूद अस्पतालों को भी अलर्ट पर रखने का निर्देश दिया है.