कुनेरु/बेगूसराय : आंध्र प्रदेश के विजियानगरम जिले में कुनेरु स्टेशन के पास जगदलपुर से भुवनेश्वर जा रही हिराखंड एक्सप्रेस (18448) बेपटरी हो गयी. इंजन और नौ कोच के पटरी से उतरने से 39 यात्रियों की मौत हो गयी और 69 से ज्यादा घायल हो गये. सात की हातल नाजुक है. मृतकों की संख्या बढ़ सकती है, क्योंकि अभी कई लोग क्षतिग्रस्त डब्बों में फंसे हैं. मरनेवालों में बिहार के बेगूसराय जिले के एक ही परिवार के आठ लोग शामिल हैं. तीन माह में यह तीसरा बड़ा रेल हादसा है. शनिवार की देर रात नक्सलग्रस्त क्षेत्र में हुए इस हादसे के पीछे रेलवे को साजिश का भी संदेह है. वैसे ओड़िशा सरकार ने इस आशंका को खारिज किया है. मालूम हो कि पिछले साल 20 नवंबर को इंदौर-पटना एक्सप्रेस दुर्घटना में आइएसआइ की साजिश का परदाफाश हुआ था.
बहरहाल, रेलवे के प्रवक्ता अनिल सक्सेना ने कहा कि प्रारंभिक रिपोर्ट से पता चलता है कि पटरियों में फ्रैक्चर से ट्रेन बेपटरी हुई है. वास्तविक कारण का पता रेल सुरक्षा आयुक्त की जांच के बाद ही चलेगा. इधर, रेल मंत्री सुरेश प्रभु रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष एके मित्तल के साथ दुर्घटना स्थल पर पहुंचे. प्रभु ने रायगढ़ जिला अस्पताल में ट्रेन के घायल यात्रियों से भेंट करने के बाद कहा कि जिम्मेदार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई होगी.
मृतकों में अधिकतर ओड़िशा के हैं. वहीं बिहार के बेगूसराय जिले के खोदावंदपुर प्रखंड की बाड़ा पंचायत के मिर्जापुर गांव के एक ही परिवार के आठ लोगाें-दादा-दादी, पिता-पुत्र, चाचा-चाची, भैया-भाभी, पोता-पोती की मौत हो गयी. इनके नाम कुलिया देवी, विश्वनाथ धामी, करीना देवी, रंजनिया देवी, छन्ना कुमारी, कृष्णा कुमार, तिलकी कुमारी और शाही कुमार हैं.
स्थानीय लोगों ने बताया कि सभी फेरी का काम करके रोजी -रोटी चलाते थे. इसी क्रम में घर लौटने की योजना बनी. इसके बाद सभी लोग आंध्रप्रदेश से घर लौट रहे थे. हादसे में राजेश धामी सहित पत्नी तारा देवी व उसके दो पुत्र एक पुत्री जख्मी हो गयी. इससे पहले आंध्र के सीएम चंद्रबाबू नायडू ने ट्वीट किया कि घायलों में पांच व्यक्ति एक ही परिवार के हैं, जो बिहार के रहनेवाले हैं. इस हादसे में दो वातानुकूलित कोच, चार शयनयान, दो सामान्य श्रेणी और एक गार्ड सह यात्री कोच क्षतिग्रस्त हुए. ट्रेन में कुल 23 थे. दिल्ली से डॉक्टरों की टीम घायलों के इलाज के लिए पहुंची है.
प्रधानमंत्री,ओड़िशा व आंध्र के सीएम ने घटना को दुखद बताते हुए घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की है. गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने आंध्रप्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू से बातचीत की.
मुआवजे का एलान
रेल मंत्री ने मृतक यात्रियों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये और गंभीर घायलों को 50-50 हजार रुपये और मामूली जख्मी को 25-25 हजार रुपये देने का एलान किया है. आंध्र सरकार ने हादसे में मारे गये प्रदेश के निवासियों को पांच-पांच लाख रुपये देने का एलान किया है.
पेट भरने को घर छोड़ कर गये थे परदेस
बेगूसराय : जिले के खोदावंदपुर प्रखंड की बाड़ा पंचायत के वार्ड नंबर आठ में रहनेवाला विश्वनाथ धमिया गरीबी के चलते पूरे परिवार के साथ परदेस कमाने चला गया. इसी दौरान वह आंध प्रदेश पहुंच गया. परिवार में लगभग 15 लोग साथ थे. तंगी के कारण उनके लिए किराये के मकान में रहना संभव नहीं था.
इसलिए ये तंबू गाड़ कर रहने लगे और पेट भरने के लिए फेरी व मधु निकालने का काम करने लगे. एक माह पूर्व ही ये लोग गांव से गये थे. अब वे घर लौट रहे थे. इनकी योजना थी कि घर के आसपास ही रोजी-रोटी तलाशेंगे. लेकिन, रास्ते में ही ट्रेन हादसे के शिकार हो गये. इसकी सूचना मिलने पर बड़ी संख्या में ग्रामीण इनके घर पर पहुंचे. घर का दरवाजा तो बंद था, लेकिन घर के बरामदे में बनाया गया चूल्हा घर के लोगों का बेसब्री से इंतजार कर रहा है. सबों के मुंह से यही आवाज निकल रही थी कि अब घर के इस चूल्हे को कौन जला पायेगा.
तीन माह में तीन बड़े हादसे
20 नवंबर 2016 : कानपुर के पास पुखरायां में इंदौर-पटना एक्स बेपटरी, 150 से ज्यादा की मौत .
27 दिसंबर 2016: कानपुर के रूरा स्टेशन के पास अजमेर-सियालदह एक्स बेपटरी, 52 घायल.