अररिया : जिले में उन लोगों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है, जो बैंक ऋण सहित अन्य प्रकार की राशि सालों से दबाये बैठे हैं. तमाम तरह के दबाव के बावजूद राशि लौटायी नहीं जा रही है. ऐसे ही पांच हजार से अधिक डिफॉल्टरों के खिलाफ जिले के विभिन्न कार्यालयों में नीलाम पत्र वाद दायर किया जा चुका है. दायर वादों के विरुद्ध कुल 95 करोड़ की राशि बकाया है. जिला निलाम पत्र कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार चालू वर्ष के अक्तूबर माह तक कुल 83 निलाम पत्र वादों का निष्पादन करते हुए एक करोड़ 56 लाख 33 हजार 618 रुपये की बकाया राशि वसूली गयी. पर अब भी जिले भर में कुल पांच हजार 160 वाद लंबित हैं.
इन वादों के विरुद्ध कुल 95 करोड़ की राशि की वसूली की जानी है. दी गयी जानकारी के मुताबिक जिला निलाम पत्र कार्यालय के अलावा एसडीओ व डीसीएलआर सहित बहुत सारे अन्य कार्यालयों में भी निलाम पत्र वाद दायर होते हैं. अरिरया डीसीएलआर कार्यालय में ही 70 लाख से अधिक की बकाया राशि की वसूली के लिए 57 वाद दायर किये गये हैं. मिली जानकारी के अनुसार बीते दिनों हुई समीक्षा बैठक में डिफॉल्टरों की धरपकड़ में बरती जा रही कथित कोताही को लेकर डीएम ने गहरी नाराजगी जतायी थी. बताया गया कि उन्होंने प्रतिनियुक्त दंडाधिकारी को गिरफ्तारी व वसूली के बाबत की गयी कार्रवाई का दैनिक प्रतिवेदन देने की सख्त हिदायत की थी.
धरपकड़ की शुरू की जा रही है कार्रवाई
नीलाम पत्र केस के बाद भी राशि नहीं जमा करने वालों के खिलाफ कार्यालय द्वारा वारंट निर्गत कर धड़ पकड़ शुरू किया जा रहा है. बताया गया कि केवल जिला निलाम पत्र कार्यालय द्वारा ही अब तक कुल 190 बकायेदारों के खिलाफ वारंट निर्गत किया जा चुका है. मिली जानकारी के अनुसार डिफॉल्टरों के राशि वसूली व उनकी गिरफ्तारी के लिए डीएम हिमांशु शर्मा ने निर्देश पर कार्यपालक दंडाधिकारी सत्येंद्र शर्मा के नेतृत्व में स्पेशल टास्क फोर्स का गठन भी किया गया है.