नयी दिल्ली : उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के करीब आने के साथ ही भाजपा ने अपनी रणनीति में परिवर्तन करते हुए एक बार फिर से राम मंदिर पर अपना ध्यान केंद्रित कर दिया है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक से जब पत्रकारों ने केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राम मंदिर पर सवाल कर किया तो वे नाराज हो गए और बोले मंदिर अयोध्या में नहीं तो पाकिस्तान में बनेगा.
भाजपा नेता ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर बनाने की बात को बार-बार भाजपा से ही क्यों जोड़ा जाता है. श्री राम केवल भाजपा के नहीं बल्कि सभी राजनीतिक दलों के हैं. हिन्दू धर्म में आस्था रखने वाले करोड़ों हिन्दुओं के हैं. इससे पहले भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने गत नवंबर में लखनऊ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फेंस में कहा था कि अयोध्या में राम मंदिर निर्माण को लेकर उनकी पार्टी कटिबद्ध है. जिसके बाद यूपी के प्रदेश अध्यक्ष केशव प्रसाद मौर्या का इसी से मिलता-जुलता बयान सामने आ गया.
भाजपा के वरिष्ठ नेता विनय कटियार ने भी एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि राम मंदिर का मामला हमेशा जीवित रहेगा. यह पार्टी का बुनियादी मुद्दा है और इस पर कोई समझौता नहीं किया जाएगा. हालांकि उन्होंने यह भी कहा कि उनका बयान उत्तर प्रदेश के विधानसभा चुनाव से संबंधित नहीं है, लेकिन किसी भी कीमत पर अयोध्या में राम मंदिर जरूर बनाया जाएगा. भाजपा अपने इस बुनियादी मुद्दे को छोड़ नहीं सकती है.