पटना :महंगी की मार झेल रहीं गृहिणियों के लिए अच्छी खबर है. दाल के दाम में तेजी से गिरावट हुई है. फिर चाहे अरहर की दाल हो या चना व मसूर की. खास बात यह है कि दाल के दाम में गिरावट नवंबर से ही शुरू हो गयी थी. दिसंबर में दाल के दाम और नीचे चले गये हैं. नवंबर के मुकाबले दिसंबर में दालों की कीमत में 19 फीसदी तक गिरावट आयी है. चना 18.18 %, मसूर 18.75%, अरहर 15.38%, मूंग 15.79%, उड़द 14.70 % फीसदी सस्ती हो गयी है. बाजार के जानकारों का कहना है कि ऐसा नोटबंदी और अच्छी फसल होने की उम्मीद के कारण संभव हो सका है.
नवंबर में खुदरा बाजार में जो चना दाल का भाव 165 रुपये प्रति किलोग्राम था, जो अब 135 रुपये प्रति किलोग्राम है. अरहर की दाल कुछ समय 130 रुपये प्रति किलो बिक रही थी, वह अब खुदरा बाजार में 110 रुपये प्रति किलो बिक रही है.
तीन माह पहले चना दाल 180 रुपये प्रतिकिलो तक रिटेल में बिक रही थी, लेकिन नयी फसल ठीक रहने से स्टाॅकिस्ट मांग से ज्यादा माल बाजार में उतार रहे हैं. इसलिए, तीन माह में दाल के भाव में 45 रुपये तक की गिरावट आयी है. कारोबारियों ने बताया कि नयी फसल आने तक इसके दाम में 15 से 20 फीसदी तक की कमी आयेगी. बाजार के जानकारों का यह भी तर्क है कि सरकार स्टॅाकिस्टों पर लगातार शिकंजा कस रही है, स्टॉक सीमा लागू की गयी है और दालों के आयात करने से भी भाव में लगातार गिरावट हो रही है.
दाल के थोक कारोबारी सरयू प्रसाद का कहना है कि दाल के भाव में जब थोक बाजार में तेजी नहीं है तो खुदरा बाजार में गिरावट आना तय है. लोग सीमित मात्रा में ही खरीदारी कर रहे हैं. आनेवाले दिनाें में दाल के भाव में और कमी आयेगी. इसका मुख्य कारण बाजार में नयी फसल का आना है. मंडी में पर्याप्त मात्रा में दाल उपलब्ध हैं. होली के बाद ही इसमें तेजी आ सकती है. बिहार राज्य खुदरा विक्रेता महासंघ के महासचिव रमेश चंद्र तलरेजा ने कहा कि दाल के भाव में कमी आयी है, जो राहत की बात है. यह गिरावट पिछले दस-बारह दिनों से है. इसका मुख्य कारण बाजार में नयी दाल का आना. लेकिन, दाल का भाव हर जगह एक समान नहीं होता है. गुणवत्ता के आधार पर भी भाव निर्धारित होते हैं. चना दाल के भाव में अभी भी तेजी बना हुई है.
दाल अक्तूबर नवंबर दिसंबर
चना 180 165 135
मसूर 90 80 65
अरहर 150 130 110
मूंग 95 95 80
उड़द 180 170 145
नोट : कीमत रुपये प्रति किलोग्राम