बिहार अपडेट: दीवाली और छठ के मौके पर आप भी घर जाने की तैयारी में लगे होंगे और ऑफिस की टेंशन में अगर आप अपना तत्काल टिकट बुक नहीं करा पाए हैं तो आपके पास अभी एक और ऑप्शन है. ऐसी स्थिति से प्रीमियम तत्काल का विकल्प आपको मुश्किल से बचा सकता है. जी हां, प्रीमियम तत्काल. यह एक किस्म का रेल टिकट है, जो सफर से लगभग 24 घंटे पहले बुक किया जा सकता है. तत्काल के मुकाबले इसमें सीट मिलने की संभावना ज्यादा रहती है. आइए जानें इसके बारे में-
प्रीमियम तत्काल टिकट
(1) तत्काल की तरह एसी क्लास के लिए सुबह 10 बजे इसकी बुकिंग शुरू होती है. इसी तरह नॉन-एसी टिकट के लिए सुबह 11 बजे से बुकिंग की जाती है.
(2) आईआरसीटीसी के नियम के हिसाब से एजेंट्स को प्रीमियम तत्काल की बुकिंग करने की इजाजत नहीं है. (इसे भी पढ़े: दिवाली से पहले रेलवे का बड़ा तोहफा, इन रेलगाड़ियों से हटाया फ्लेक्सी किराया)
(3) इसके तहत डायनेमिक फेयर वसूला जाता है, यानी ये राशि बढ़ती-घटती रहती है.
(4) इसके तहते सिर्फ कंफर्म टिकट ही मिलता है, यानी वेटिंग लिस्ट या आरएसी श्रेणी के टिकट नहीं बुक किए जा सकते हैं.
(5) सिर्फ इंटरनेट यानी कि ऑनलाइन माध्यम से ही प्रीमियम तत्काल टिकट बुक किए जा सकते हैं. (इसे भी पढ़े: लालू के बेटे ने माँगा तलाक)
(6) इसके तहत टिकट बुक कराने वालों को किसी तरह की छूट नहीं मिलती है. बच्चों के लिए भी पूरी राशि देनी पड़ती है.
(7) प्रीमियम तत्काल बुक करते समय आइडेंटिटी कार्ड की जरूरत होती है. अगर दो या दो से अधिक लोगों ने एक साथ टिकट बुक किया है तो उनमें से कम से कम एक शख्स को ट्रेन में चलते वक्त अपना आइडेंटिटी कार्ड अपने पास रखना होगा. (इसे भी पढ़े: पहली बार आम्रपाली का छठ गीत “चले के बाटे छठी घाट में पिया”)
(8) प्रीमियम तत्काल टिकट को कैंसिल कराने पर कोई राशि वापस नहीं मिलती. यानी रिफंड की कोई व्यवस्था नहीं है.
9) तत्काल टिकट बुक करते वक्त जो भी नियम हैं वो सारे नियम प्रीमियम तत्काल पर भी लागू होते हैं.
इसे भी पढ़े: आम्रपाली के लिए बर्तन धोते निरहुआ